Leadership Search for DG, Council of Scientific and Industrial Research [CSIR] cum Secretary, Department of Scientific and Industrial Research [DSIR]

वैज्ञानिक और औ़द्योगिक अनुसंधान विभाग (डीएसआईआर) के विषय में

वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान विभाग (डीएसआईआर), http://www.dsir.gov.in , विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार का एक विभाग है। डीएसआईआर के जनादेश में स्व्देशी प्रौद्योगिकी के प्रोत्सामहन के लिए औद्योगिक अनुसंधान का प्रोत्साएहन, विकास, उपयोगिता एवं अंतरण शामिल है। विभाग को आबंटित कार्य हैं: (क) वैज्ञानिक और औ़द्योगिक अनुसंधान परिषद से संबंधित सभी मामले (ख) राष्ट्रीय अनुसंधान विकास निगम (एनआरडीसी) से संबंधित सभी मामले (ग) सैन्ट्रशल इलैक्ट्रानिक्स् लिमिटेड (सीईएल) से संबंधित सभी मामले (घ) अनुसंधान और विकास इकाईयों का पंजीकरण और मान्यता (ड) ‘यूएनसीटीएडी’ और ‘डब्यूानि आईपीओ’ से संबंधित तकनीकी मामले (च) विदेशी सहयोगों का राष्ट्री्य रजिस्टर (छ) भारतीय वैज्ञानिकों और प्रौद्योगिकियों को अस्थानई रूप से नियुक्तिा प्रदान करने के लिए पूल का सृजन करने से संबंधित मामले।

वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) के बारे में

वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर), , की स्थामपना 26 सितम्ब र, 1942 को भारत की राष्ट्रीनय प्रयोगशालाओं की प्रमुख श्रृंखला के रूप में की गई थी। वर्ष 2014 में, सीएसआईआर, 3900 वैज्ञानिकों तथा क्रमश: 16000 एवं 5000 के कुल स्टांफ एवं विद्यार्थियों के साथ समग्र भारत में स्थिसत 38 प्रयोगशालाओं की एक श्रृंखला के रूप में उभरी है। सीएसआईआर औद्योगिक अनुसंधान और विकास के लिए भारत का फ्लैगशिप है और इसके पास प्रवृत्तश पेटेन्ट और बौद्धिक सम्पोत्ति यां सबसे अधिक संख्याग में है। सीएसआईआर प्रयोगशालाओं में अंतरंग (इन्ट्रीम्यूरअरल) अनुसंधान, जैविक, रासायनिक, इंजीनियरिंग, भौतिकी और सूचना विज्ञान से संबंधित क्षेत्रों की पूरी रेन्जर में फैला है। सीएसआईआर अतिरिक्ता-अंतरंग (एक्ट्रमम्यू्अरल) अनुसंधान को भी प्रोत्सारहित करता है और पारदर्शी चयन प्रक्रियाओं को अपनाकर डॉक्टो-रल और पोस्टक-डॉक्टोसरल अनुसंधान फैलोशिप भी प्रदान करता है। भारत सरकार (जीओआई) का सीएसआईआर के लिए वार्षिक बजट आबंटन वर्तमान में 3200 करोड़ रूपयों से भी अधिक हो गया है। सीएसआईआर की प्रयोगशालाओं द्वारा प्रतिवर्ष जुटायी गई 600 करोड़ रूपये से भी अधिक के अतिरिक्तस बजटीय संसाधनों के साथ सीएसआईआर विश्वय की प्रमुख सार्वजनिक निधिबद्ध औद्योगिक अनुसंधान संगठनों में से एक के रूप में उभरा है। आविष्काईर सीएसआईआर के हालमार्क हो चुके हैं। हाल ही में उठाए गए कदम जैसेकि एकेडमी आफ साईन्टि फिक एण्डआ इन्नोसवेटिव रिसर्च (एसीएसआईआर), ओपन सोर्स ड्रग डिस्क(वरी (ओएसडीडी), सीएसआईआर 800, न्य‍ मिलेनियम इण्डिोयन टेक्नो लॉजी लीडरशिप इनीशियेटिव (एनएमआईटीएलआई) ने सीएसआईआर की गतिविधियों की रेंज में नये आयाम जोड़े हैं।

महानिदेशक, वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर)-सह-सचिव, वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान विभाग (डीएसआईआर) के लिए खोज

भारत सरकार (जीओआई) ने सचिव, वैज्ञानिक और औ़द्योगिक अनुसंधान विभाग (डीएसआईआर) और महानिदेशक, वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद के लिए एक योग्य अभ्यभर्थी के चयन के लिए खोज प्रक्रिया प्रारम्भ की है। महानिदेशक-सीएसआईआर, में औद्योगिक अनुसंधान के अंतरण एवं देश के विकास में प्रमुख भूमिका निभाते हुए एक प्रतिष्ठिित वैज्ञानिक पद है। भारत में अनुसंधान और विकास में सार्वजनिक निवेश महत्वकपूर्ण है और यह आवश्ययक है कि प्रौद्योगिकी प्रबन्धसन तथा भारत में निजी और औद्योगिक क्षेत्रों की जिज्ञासा को बढ़ाकर और कार्य में लगाकर सामाजिक मूल्यक के लिए उनके अनुसंधान और विकास कार्यों को प्रोत्सााहित किया जाये। सीएसआईआर ऐसे प्रोत्सायहनों के लिए विभिन्ना नवोन्मेऔष दृष्टि्कोणों का विकास और प्रयोग करने के लिए एक आदर्श स्थि ति में है और महानिदेशक-सीएसआईआर, विशाल सार्वजनिक निधिबद्ध राष्ट्रीय अनुसंधान और विकास तन्त्रत के मुख्यद कार्रकारी अधिकारी के रूप में भारत में औद्योगिक अनुसंधान के प्रबन्धकन परिवर्तन में एक प्रमुख पदाधिकारी है। अनुसंधान और विकास के अलग-अलग क्षेत्रों में व्या्पकता और कार्यों के साथ एक बड़ी अंतरंग (इन्ट्रपम्यूअरल) अनुसंधान एजेन्सी का नेतृत्व करने के लिए महानिदेशक-सीएसआईआर, से यह अपेक्षा की जाती है कि वह सीएसआईआर की बुनियादी मानवशक्तिस से उच्चन आन्तपरिक गुणवत्ताक प्राप्तअ करें और इसलिए सीएसआईआर के भीतर रूपान्तरणीय परिवर्तन करने के लिए व्यक्ति की प्रवीणता आवश्यक है।

भारतीय विज्ञान और औद्योगिक क्षेत्र में आर एंड डी में अनुप्रयोग और प्रौद्योगिकी संबंधित क्षेत्रों पर केन्द्रिीत विषयों के साथ विचारवान विद्ववानों से नामांकन आमंत्रित हैं। पद के नामिति को उच्चस अकादमिक रिकार्ड के साथ परम अग्रणी होना चाहिए तथा उनके पास प्रौ़द्योगिकी प्रबन्धदन में प्रदर्शित सामर्थ्यम भी अवश्यस होना चाहिए। एक बड़े संस्थाचन के अग्रणी के रूप में पर्याप्त‍ समयावधि के दौरान वैज्ञानिक संगठन के प्रबन्ध न प्रयासों के परिवर्तन में सिद्ध क्षमता के साथ करिश्माई नेतृत्वय वांछनीय है। प्रबन्धन परिवर्तन और संगठनात्म‍क परिवर्तनों की वर्तमान आवश्याकता युवा और गतिशील नेतृत्वत के द्वारा बेहतर रूप से पूरी हो सकेगी। ऐसे विशिष्टन वैज्ञानिकों, इंजीनियरों और प्रौद्योगिकीविदों से नामांकन आमंत्रित है।

 

आवेदन/नामांकन निम्निलिखित पते पर अन्तिऔम तारीख दिनांक 10 जनवरी, 2015 तक भेजें जा सकते हैं:

डॉ अनुपमा, प्रशासनिक अधिकारी
संयुक्तम सचिव
वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान विभाग
टेक्नोनलॉजी भवन, न्यूत महरौली रोड़
नई दिल्लीर-110016

E-mail: jsa-dsir [at] nic [dot] in

सभी ईमेल पते में इस वेबसाइट पर [at] = @ और [dot] = .


अंतिम अद्यतन : 24/12/2014